प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान पर मची भगदड़ और अव्यवस्था के कारण मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर श्रद्धालुओं की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं. मध्यप्रदेश के रीवा जिले के चाकघाट थाना अंतर्गत यूपी-एमपी बॉर्डर पर हजारों श्रद्धालुओं की गाड़ियों को रोक दिया गया है.
रीवा बॉर्डर पर किए गए इंतजाम
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए बताया कि यूपी-एमपी बॉर्डर पर चाकघाट के पास प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए हैं.
सीएम यादव ने अपने पोस्ट में कहा: “प्रयागराज में भीड़ अधिक होने के कारण आज रीवा जिले के चाकघाट थाना अंतर्गत सीमा पर हजारों श्रद्धालुओं के वाहन सीमा पर रुके हुए हैं. हमारे पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने, ठहरने और स्वास्थ्य सेवाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कर रहे हैं.” उन्होंने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील भी की है.
यूपी में रोके गए ये मार्ग
महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश के कई जिलों में प्रयागराज जाने वाले मार्गों को बंद किया गया है.
– भदोही, मिर्जापुर और जौनपुर जैसे जिलों में बैरिकेडिंग लगाकर श्रद्धालुओं को रोका गया.
– बांदा और चित्रकूट में भी भारी भीड़ के कारण यातायात पूरी तरह से रोक दिया गया है.
– गोंडा से प्रयागराज जाने वाली रोडवेज बसें भी अग्रिम आदेश तक रोक दी गई हैं.
क्या है प्रशासन की चुनौती?
महाकुंभ में हर बार करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इस बार मौनी अमावस्या स्नान के दौरान भीड़ नियंत्रण प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है. प्रयागराज में हुए हादसे के बाद अब यूपी और एमपी की सरकारें सतर्क हो गई हैं और सुरक्षा व प्रबंधन को लेकर कदम उठा रही हैं.
श्रद्धालुओं के लिए सुझाव
– भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें.
– प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
– रीवा जिले में रुकने के दौरान प्रशासन द्वारा मुहैया कराई गई सुविधाओं का उपयोग करें.
प्रयागराज की ओर आने वाले मार्गों पर अस्थायी पाबंदियां श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगाई गई हैं. प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि स्थिति नियंत्रित होते ही मार्गों को फिर से खोल दिया जाएगा.