राजगढ़: सीमा पर तनाव के बीच मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के वायुसैनिक की कहानी दिल को छू लेने वाली है। दिल्ली के पास ईसापुर एयरफोर्स स्टेशन में तैनात वायुसैनिक मोहित राठौर की 8 मई को शादी थी। कुरावर के मैरिज गार्डन में अपनी होने वाली पत्नी के साथ पहली बार सेहरा बांधकर लग्न सगाई के लिए बैठे तब तक पत्नी को इस बात का अंदाजा भी नहीं था। पति अगले ही दिन वापस चले जाएंगे।
बता दें कि मोहित छह साल से वायुसेना में हैं। वे अपनी अपनी शादी के लिए 15 मई तक अवकाश लेकर कुरावर आए थे। सीमा पर तनाव और ताजा हालात को देखते हुए सैनिकों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। मोहित ने पत्रिका को बताया कि बुधवार को स्टेशन से फोन आया कि आपकी छुट्टी कैंसिल हो गई है, तुरंत आ जाएं
पिता ने कहा- मेरा बेटा और देश दोनों महफूज रहें
जवान मोहित के पिता महेश राठौर किराना व्यापारी हैं। उन्होंने कहा कि बेटे की शादी की खुशी है, पर गर्व उससे भी बड़ा है। मैं प्रार्थना करता हूं कि मेरा बेटा और देश दोनों महफूज रहें।
दुल्हन बोली- करोड़ों सिंदूर की लाज बचाना
इसके बाद बड़े भारी मन से उन्होंने अपनी दुल्हन को बताया कि बुलावा आ गया है और उन्हें अभी अपनी पोस्ट पर जाना होगा. उनकी बहादुर पत्नी ने उन्हें देश की करोड़ों सिंदूर की लाज बचाने की सपथ दी और विदा कर दिया.कुरावर के वार्ड-15 में रहने वाले मोहित के पिता महेश राठौर किराना दुकान चलाते हैं. मोहित के मुताबिक बुधवार को ही उन्हें हेडक्वार्टर से फोन आ गया था.
ससुर बोले-देश की सुरक्षा सबसे पहले
मोहित की शादी राजगढ़ जिले के ही लसूड़िया रामनाथ में रहने वाले गोपाल राठौर की पुत्री वंदना के साथ हुई है. शादी के बाद उन्होंने अपने दामाद को भारी मन से विदा किया. कहा कि दामाद मोहित के ड्यूटी पर जाने की खबर मिली है. इस खबर से उन्हें अपने दामाद पर गर्व हो रहा है. कहा कि हमारे लिए देश के आन बान और शान की रक्षा सबसे पहले है. उन्होंने बताया कि उन्हें यह खबर पहले ही मिल गई थी, लेकिन रस्में पूरी होने तक बेटी को इसकी जानकारी नहीं दी.